Top latest Five bhairav kavach Urban news

Wiki Article

  

ಪಾಣೀ ಕಪಾಲೀ ಮೇ ಪಾತು ಮುಂಡಮಾಲಾಧರೋ ಹೃದಮ್

जो प्रतिदिन इस बटुक भैरव कवच का अभ्यास करता है, उसे यक्षिणी, अप्सरा और विभिन्न देवी साधनाओं में सफलता मिलती है

भविष्य में आने वाली बुरी दुर्घटनाओं से रक्षा होती है।

हाकिनी पुत्रकः पातु दारास्तु लाकिनी सुतः ॥ 

॥ इति श्रीरुद्रयामलोक्तं श्रीबटुकभैरवब्रह्मकवचं सम्पूर्णम् ॥

वाद्यं बाद्यप्रियः पातु भैरवो नित्यसम्पदा।।

प्रणवः here कामदं विद्या लज्जाबीजं च सिद्धिदम् ।

೧೫

इति ते कथितं देवि गोपनीयं स्वयोनिवत् ॥ ३२॥



इसका जप कवच से पहले और बाद में ११ या २१ बार करें ॥

ರಕ್ಷಾಹೀನಂತು ಯತ್ ಸ್ಥಾನಂ ವರ್ಜಿತಂ ಕವಚೇನ ಚ

पूर्वस्यामसितांगो मां दिशि रक्षतु सर्वदा

Report this wiki page